Saturday, November 3, 2018

परिवर्तन भी ऑक्सीजन है

परिवर्तन भय की जननी है और निडरता की भी ।
जितनी आग रहेगी लगन की मन में उतनी ही ज्यादा निडरता भय पर हावी होती  जायेगी । परिवर्तन हववके बहाव को बूझते अपनी चाल में स्थिरता व तेजी लाती जायेगी ।

परिवर्तन और सूर्योदय किसी के रोके न रुका है और न रुकेगा । समझदार व्यक्ति परिवर्तन का स्वागत खुले दिल से करता है ।


Wednesday, October 24, 2018

लिपि का धागा

-इंदु बाला सिंह

क्या ही अच्छा होता अगर भारत की सभी भाषायें देवनागरी लिपि में लिखी जातीं । भाषायें तो समझ आती हैं पर उन्हें पढ़ने के लिये उसकी लिपि को जानना जरूरी होता है । आखिर कितनी लिपियों को सीख जाये । उदाहरण के लिये बंगाली साहित्य पढ़ने के लिये बंगाली लिपि पंजाबी साहित्य के लिये पंजाबी साहित्य पढ़ने के लिये गुरुमुखी , ओड़िया साहित्य के लिये ओड़िया लिपि इत्यादि ।

देवनागरी लिपि में लिखा विभिन्न क्षेत्रीय साहित्य पूरे भारत को एक विचारधारा में बांध सकता है ।
अब आप कहेंगी भला उत्तरभारतीय दक्षिण भारतीय बोली नहीं समझ पाता तो देवनागरी लिपि में लिखा साहित्य क्या खाक समझेगा । पर दक्षिण भारत में रहनेवाले उत्तरभारतीय बोलचाल की भाषा तो समझ ही लेते हैं ।

इसवक्त हिंदी या अंग्रेजी छोड़ कर पूरे भारत
को बांध पानेवाली कोई भाषा मुझे सुझाई नहीं देती । मतलब या तो विभिन्न भाषाओं को हम देवनागरी लिपि में लिखें या लैटिन लिपि में ।
अब अंग्रेजी के जानकार आखिर कितने है ?
कुछ मित्रों को लगेगा कि इस तरह तो उन भाषाओं की लिपि का अस्तित्व मिट जायेगा ।
पर मुझे ऐसा नहीं लगता । मुझे नहीं लगता कोई बंगाली अपना साहित्य देवनागरी लिपि में पढ़ कर सन्तुष्ट होगा पर दूसरे क्षेत्र के निवासी देवनागरी लिपि का बंगाली साहित्य पढ़ लेंगे  ।

Tuesday, October 2, 2018

Give your time

My time is my wealth . When I give my time for someone I give my money to that person . And this money will never return .

I get pleasure in giving my time to my loved ones .

Tuesday, September 25, 2018

Planning for future

Just now I read about a person on LinkedIn whose father didn't have life insurance because of some reasons ( the reasons he had disclosed and I don't want to write here  ) and his problems and suffering .

So dear never forget to have life insurance . It will help you  personally   and your family when they loose you .
That person had shared his video with his father .

What a happy family was !

एक कहानी ...अभी बाकी है ।

- इंदु बाला सिंह

एक हाईस्कूल की  प्रिंसिपल ने सुबह की स्पीच में कहा था वर्षों पहले .... Donkey says ...I first .
 Means we must avoid using ' I '

और मैंने गांठ बांध ली वह बात ।


The moment we say I have done this work , our pride gets nurtured . Actually our work will speak itself  in proper time .

Thumb rule of life ... We must help any person whome you can and forget .

' नेकी कर दरिया में डाल । '

Wednesday, September 12, 2018

एक कहानी ...अभी बाकी है

उम्र - छियासठ वर्ष
- इंदु बाला सिंह

बुढापा देखा तो था उसने पर महसूसी न थी वह । इसका फायदा यह हुआ कि वह जी जान से लड़ पायी अपनी समस्याओं से ।

उसने कभी भी न सोंचा था कि वह चल फिर पाने में अवश हो जायेगी ।

और वह आज हतप्रभ है ।



Sunday, August 26, 2018

Door to return

- Indu Bala Singh
4:44 PM


Link is broken
Everyone is alone ....
Never hurt anyone
Life is a journey .. enjoy it .. move forward
Time has locked the door through which you can return .

Monday, August 13, 2018

Make life happy .

- Indu Bala Singh


Expectation breeds sorrow

Usefulness gifts joy

Let expectation sleep .

Wednesday, August 1, 2018

बेटा और बेटी समान हैं... एक सोचनीय विषय है ।

-इंदु बाला सिंह

घर में जितना भी समानता का वातावरण दे लें हम अपने बेटे और बेटी को पर समाज को देख कर लड़की सुविधाजनक जिंदगी जीना चाहने लगती है । लड़के का काम कमाना और परिवार को सुरक्षा देना और लड़की का काम घर में रह कर परिवार चलाना । थोड़ा सा आजाद ख्याल की लड़की हुई तो वह कोई छोटा मोटा काम कर के अपना बैंक बैलेंस बढ़ा लेना पसंद करती है । वह पैसा उसकी मनचाही वस्तु पर खर्च करने के काम आता है । वह लड़की थोड़ा सा कमा कर अपने थोड़े से आसमान में ही खुश रहती है । और बेटा अपने परिवार व अपने माता पिता की जिम्मेवारी सम्हालते या सम्हालने की चेष्टा करते हुए शुष्क हो जाता है । यही सब वह समाज में देखता है ।

बड़ा कठिन व दृढ़ निश्चयवाला जीव होता है जो अपने मन में समान कर्म व समान हक की आग जलाये रखता है । मैं तो कहूंगी खासकर यह लड़की की जिम्मेवारी है समानता की लगन की अग्नि जगाये रखना । लड़की मां , बहन , बेटी के रूप में समाज की धुरी है जिसके इर्द गिर्द परिवार घूमता है ।
निम्न वर्गीय परिवार में तो पतिपत्नी दोनों मजदूरी करते हैं । यह समस्या मध्यम वर्ग की है । जिस दिन मध्यम वर्ग चेतेगा उसी दिन परिवर्तन आयेगा । वरना यह सब ड्राइंग रूम की बहस भर है । 

Thursday, July 26, 2018

सकारात्मक भाव ही जीत है ।

'सबल का नहीं दोष गोसाईं ।' हारा दुखियारा मन कह उठता है ।

पर 'नर हो न निराश करो मन को । ' यह भी किसी ने लिखा है ।

प्रकृति की सर्वोत्तम रचना मानव है । वह आकाश और समुद्र दोनों के गम्भीर रहस्यों को भेदने में लगा है ।



लगन की आग जिसके जिगर में लगी है वह जीतता है जीवन जंग ।

अपनी हार का दोष किसी सबल पर डालते ही मन में  नकारात्मक भाव पैदा होने लगते हैं ।

जितनी तेजी से हारें हम , उसकी दुगनी तेजी से हम जीत की ओर अग्रसर हों । जीवन में सफलता हमें जरूर मिलेगी । 

Wednesday, July 25, 2018

एक कहानी ...अभी बाकी है ।






-इंदु बाला सिंह

उम्र - बीस वर्ष


एक कहानी लेखन विद्यालय था ....शायद पता था .....कहानी लेखन महाविद्यालय अम्बाला छावनी ....कहानी लिखना .......लेख लिखना भी वे लोग सिखाते थे ...पोस्टल कोर्स था ..........

हम भी विद्यार्थी थे इस विद्यालय के ...

गधे रह गये हम ........

इमानदारी जब बोझ लगने लगे तो .....

कामवाली हटा कर खुद घास निकालना अच्छा लगने लगता है

माली हटा कर ,फावड़ा चला चला कर , पसीना पोंछना भाने लगता है

और

तब सपने आने बंद हो जाते हैं |

Thursday, July 19, 2018

एक कहानी


वह बारह वर्ष की उम में  गेहूं और चीनी लाने के लिये राशन दूकान में लाइन लगाती थी
रोज शाम को साइकिल से गाय का दूध दुहा के लाती थी
शाम को भाई को गोद में ले के मैदान में घुमाती थी
बड़े बड़े चादर फींचना उसका काम था ...............
वह लड़की स्कूल भी जाती थी
स्कूल में उसे फ्री टिफिन मिलता था एक केला , एक संतरा , दो बिस्कुट
बड़ा मजा आता था उसे उस टिफिन को खाने में
घर में शायद उस लड़की की माँ को उस का स्कूल जाना न पसंद था

......

यह कहानी ....अभी  बाक़ी है ल

Wednesday, July 4, 2018

Close your bedroom door

-Indu Bala Singh


Sometimes old parents are unbearable

Exceptions are everywhere ....

Love them

Take care of them

Fulfill all there needs .......

But

O dear !

When you sleep

Close your bedroom door ,

Friday, June 29, 2018

Game of CONFIDENCE

-Indu Bala Singh


Life is nothing but game of confidence

Our positive sense pushes up ....

Our hard work bring laurels

And we go on enjoying our journey ....

Time and Luck comes in our pocket ,

Monday, April 9, 2018

A teacher


- Indu Bala Singh

I remember one of my class nine student to whom I helped in my leisure hours .

One day she got a topic . Write a composition on ' A teacher you like most '

I told her , ' You can write about any subject teacher to whom you like most . ' 

I was thrilled to hear her reply .

' But teacher you are the teacher whom I like most . '

For a moment I remained silent . Then I said , ' But you are supposed to write about your school teacher .
 You can't write about me . Your school teacher won't be happy . Then how will you get marks . '

Friday, April 6, 2018

भीड़ भेड़ों का समूह है



Friday, April 06, 2018
10:36 PM




उचाइयां छूने की आकांक्षा और स्मार्टफोन ने एकल परिवार के बच्चों को अपने रक्त सम्बन्धों को पराया बना दिया है |


 जीवन साथी तो बस जरूरत का साथी है |

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स्वान्तः सुखाय में डूबा मन भूल चुका रहता है परिवार की जड़ों को |
एक दुसरे को देख ...सम्बन्धों की गरिमा की रेत न जाने कब फिसल गयी  है हमारी मुट्ठी से |
भाग्य को दोष दे हम कायर बन मौन रह जाते हैं |

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अपने मन को टटोलना एक  जोखिम भरा काम है |
हम भेड़चाल सीख रहे हैं |
हम भीड़ बन रहे हैं |