मैंने देखा है ....ओडिया भाषा में लिंग प्रयोग में
नही आती ...
राम गला | ....राम गया |
सीता गला | ...सीता गयी |
राम जायिछि
| ...राम गया है |
सीता जायिछि |
...सीता गयी है |
यह बात वर्षों
ओडिसा में रहने पर भी दिमाग में न कौंधी ....पर आज दिमाग में आयी यह बात ....
जय हो !
कामवाली का
...
हिन्दी ठीक से
बात न कर पाती है ...
आये दिन बोलती
है ...
जाते समय
बोलती है वो ...
मैं जाता
हूं....
वो भी हिन्दी
शायद बाजार में सीखी होगी शायद .... जहां
पुरुष रहते हैं ...बात चीत में स्त्रीलिंग का प्रयोग उसे न आया ..
I
felt really very happy … कितनी बराबरी है स्त्री व पुरुष
में इस प्रकार ...वाक्य के प्रयोग में कम से कम फर्क नहीं है ...
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