बचपन
में पढ़ी थी स्कूल की लाइब्रेरी में ... भारत
के विभिन्न राज्यों की लोक कथाएं ...
जहां तक स्मरण
है हर राज्य की एक पुस्तक थी लोक कथाओं से भरी |
अत: उन लोक
कथाओं की याद में है ये ग्रुप ...
https://www.facebook.com/groups/440846506025808/
एक कहानी बड़ी
अद्भुत थी | आज भी याद है |
एक समुदाय के
लोगों में यह रिवाज था कि जब दुल्हन अपने घर के दरवाजे पर दुल्हे के साथ पहुंचती
थी तब सास कूएं में पैर लटका कर बैठ जाती थी |
" मैं अब
इसी कूएं में कूद कर जान दे दूंगी | " फिर बहू उसे मना कर लाती थी |
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