सौम्यता स्त्री का मनोहारी गुण है ...यही गुण आज खो रही हैं युवतियां ....आक्रोश से भरी लडकियां क्या चाहती हैं ...शायद उन्हें यह ज्ञान ही नहीं .....स्त्री घर की स्तम्भ है ...
मैं तो यहां यह भी जरूर कहना चाहूंगी कि सौम्यता पुरुष का भी एक गुण है जिसके बल पर वह अपना घर व रिश्ते बचाता है ...
.
घर का मुख्य कर्ता- धर्ता होने के कारण युवक सौम्यता को समझदारी का चोला पहना कर जी रहे हैं ...
भरे पूरे सुविधासम्पन्न घर की महिलाएं अपने अंदर आक्रोश पाल अपने बच्चों को क्या तालीम दे रही हैं ....
बच्चे जब पिता के चरित्र से सम्मोहित होते जांय तो बच्चों का दोष नहीं ....
आज युवती कालेज , नौकरी ,राजनीति में आरक्षण का लाभ उठा कर युवकों से ज्यादा शक्तिशाली है .....
( एक पढ़ी लिखी गृहणी को देख कर मन में उपजे विचार )
मैं तो यहां यह भी जरूर कहना चाहूंगी कि सौम्यता पुरुष का भी एक गुण है जिसके बल पर वह अपना घर व रिश्ते बचाता है ...
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घर का मुख्य कर्ता- धर्ता होने के कारण युवक सौम्यता को समझदारी का चोला पहना कर जी रहे हैं ...
भरे पूरे सुविधासम्पन्न घर की महिलाएं अपने अंदर आक्रोश पाल अपने बच्चों को क्या तालीम दे रही हैं ....
बच्चे जब पिता के चरित्र से सम्मोहित होते जांय तो बच्चों का दोष नहीं ....
आज युवती कालेज , नौकरी ,राजनीति में आरक्षण का लाभ उठा कर युवकों से ज्यादा शक्तिशाली है .....
( एक पढ़ी लिखी गृहणी को देख कर मन में उपजे विचार )
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