Friday, October 18, 2013

सन 1888 में स्कूल में कराया गया एक बाल दिवस के अवसर का गीत |

लेखक - अज्ञात

हमें प्यार दो मम्मी , हमें प्यार दो पापा ;
हमें प्यार दो टीचर , हमें प्यार दो आंटी |
हम नन्हे मुन्ने बच्चे हैं | २
हम फूलों जैसे कोमल हैं
हम कलियों जैसे नाजुक हैं
न मारो हमें मम्मी , न मारो हमें पापा
हम नन्हे मुन्ने बच्चे हैं | २
जब होमवर्क करना भूलते हैं
तब टीचर डांट पिलाती है ...
What's your name you naughty boy ?
What's your name you naughty girl ?
Up and down , Up and down
Up and down कराते हैं
न मारो हमें मम्मी , न मारो हमें पापा
हम नन्ह मुन्ने बच्चे हैं | २

( धुन बदलेगी निचली पंक्ति में )

डांट न कभी पड़े हमें
हम प्यार भरी बात मानते हैं
प्यार भरा है दिल हमारा
प्यार सदा ही मांगते हैं
हमें प्यार दो टीचर , हमें प्यार दो आंटी
हम नन्हे मुन्ने बच्चे हैं | २
न मारो हमें टीचर , न मारो हमें आंटी
हम नन्हे मुन्ने बच्चे हैं | २



 


No comments:

Post a Comment