Wednesday, January 7, 2015

सीनियर सिटिजन


14 November 2014
07:10
-इंदु बाला सिंह


सीनियर सिटीजन के नाम पर मन जीतने की कोशिश करना व्यर्थ है आपका क्योंकि हमने बिठा रखा है देश के शीर्ष पदों पर बुजुर्गों को | माना शारीरिक श्रम कर पाने में आप  कुछ कम होंगे पर मानसिक श्रम , बल , अनुभव , क्षमा जैसे अपने गुण क्यों छुपाना चाहते हैं ? कहानी ही नहीं सुनना है हमें आपसे आप स्वयं एक आदर्श कहानी  है हमारे लिये | निरीह न बनिये किसी के पास महोदय ! आप अपने घर के युवा सदस्यों की शान हैं प्रकाश स्तम्भ हैं | आपसे हमने सीखा है हमने अपने मुहल्ले में सम्मान से जीना और अपने अस्तित्व के लिये लड़ना | जगिये और जगाईये ओ सीनियर सिटिजन ! और जगाईये आग हम बच्चे व बच्चियों में  सम्मानजनक जीवन जीने की आग |

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